Scholarship: 500 मेधावी छात्राओं को मिलेगी स्कॉलरशिप्स
देश का मान बढ़ाएँगी बेटियाँ; 500 मेधावी छात्राओं को मिलेगी स्कॉलरशिप्स
posted by Shubham kumar
मुंबई: इसमें कोई दो राय नहीं हैं कि बेटियाँ आज हर एक क्षेत्र में देश का नाम रोशन कर रही हैं। हर मुश्किल को चीरते हुए और समाज की बेड़ियों को तोड़ते हुए आज बेटियों ने खुद को सर्वश्रेष्ठ साबित करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। जब भी जरुरत हुई है, तो बस एक मजबूत कंधे की, जो उन्हें शिक्षा प्राप्त करने में सहायता करें। यह कंधा बनकर आया है कोटेक एजुकेशन फाउंडेशन (केईएफ), जो कोटेक कन्या स्कॉलरशिप प्रोग्राम के तहत 500 मेधावी छात्राओं को स्कॉलरशिप्स दे रहा है।
इसका उद्देश्य पूरे भारत में आर्थिक रूप से वंचित वर्ग की मेधावी छात्राओं को उच्च शिक्षा हासिल करने में सहायता करना है। 4-5 वर्षों तक चलने वाली उच्च शिक्षा के लिए हर वर्ष 1,50,000 रुपए की स्कॉलरशिप दी जाती है। पहले तीन वर्षों में, कोटेक कन्या स्कॉलरशिप प्रोग्राम के माध्यम से 24 राज्यों और 122 शीर्ष रैंक वाले संस्थानों में 525 मेधावी छात्राओं को सहायता दी गई।
जयश्री रमेश, एग्जीक्यूटिव कमिटी मेंबर (ईसी) और डायरेक्टर- एजुकेशन प्रोग्राम और स्कॉलरशिप, कोटेक एजुकेशन फाउंडेशन, ने कहा, "केईएफ की स्कॉलरशिप शाखा एक दशक से भी अधिक समय से छात्रों को सहयोग देती आ रही है। इसके तहत, अब तक 3,600 से अधिक छात्रों को स्कॉलरशिप और वित्तीय सहायता प्रदान की जा चुकी है। 800 से अधिक पूर्व छात्र आज सफल प्रोफेशनल्स हैं। कोटेक कन्या स्कॉलरशिप प्रोग्राम को इस प्रकार डिज़ाइन किया गया है कि यह प्रत्येक स्कॉलर की क्षमता को उजागर और विकसित करे। हमारे स्कॉलर्स परिवारों और भारत के भविष्य के लिए आशा की किरण हैं, जो एक उज्जवल कल के वादे को साकार करते हैं।"
पूरे भारत की मेधावी बालिकाएँ इस स्कॉलरशिप के लिए पात्र हैं। कक्षा 12 की बोर्ड परीक्षाओं में आवेदकों ने 75% या उससे अधिक अंक अथवा समान सीजीपीए हासिल किए हों। वार्षिक रूप से आवेदक की पारिवारिक आय 6 लाख रुपए से कम होना चाहिए। मेधावी बालिकाएँ, जिन्हें प्रोफेशनल ग्रेजुएशन डिग्री के लिए 2023 में प्रसिद्ध संस्थानों (एनआईआरएफ/एनएएसी मान्यता प्राप्त) में प्रोफेशनल कोर्सेस के पहले वर्ष में प्रवेश दिया गया हो, जैसे कि इंजीनियरिंग, एमबीबीएस, इंटीग्रेटेड एलएलबी (5 वर्ष) या अन्य प्रोफेशनल कोर्सेस (डिज़ाइन, आर्किटेक्चर, बीएससी नर्सिंग, रिसर्च, आदि)।
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