Textile Industry: जीटीटीईएस वस्त्र उद्योग में हलचल मचाने के लिए तैयार
जीटीटीईएस वस्त्र उद्योग में हलचल मचाने के लिए तैयार
इंडिया आईटीएमई सोसाइटी वस्त्रोद्योग में नवीनता और सहभागिता बढ़ाने के लिए एक वैश्विक मंच तैयार किया है
Posted by Nilesh waghela
मुंबई: भारतीय अंतर्राष्ट्रीय वस्त्र मशीनरी प्रदर्शनी सोसाइटी (इंडिया आईटीएमई सोसाइटी) एक बार फिर जागतिक वस्त्र तकनीकी और अभियांत्रिकी प्रदर्शनी (जीटीटीईएस २०२५) के तीसरे संस्करण के साथ वस्त्र उद्योग में हलचल मचाने के लिए तैयार है, जो वस्त्र उद्योग के लिए एक ऐतिहासिक आयोजन है।
यह प्रदर्शनी २१ से २३ फरवरी २०२५ तक बॉम्बे प्रदर्शनी सेंटर, गोरेगांव (पूर्व), मुंबई, महाराष्ट्र, भारत में आयोजित किया जाएगा। भारतीय आईटीएमई सोसाइटी द्वारा आयोजित यह आयोजन दुनिया भर के कपड़ा उद्योग और अभियांत्रिकी क्षेत्र के लिए एक वैश्विक मंच बनने का वादा करता है, जो वैश्विक वस्त्र नवीनता को फिर से परिभाषित करने के उद्देश्य से नवीनतम प्रगति, नवाचारों और अवसरों को प्रदर्शित करेगा।
इस आयोजन के बारे में बात करते हुए, भारतीय अंतर्राष्ट्रीय वस्त्र मशीनरी प्रदर्शनी की संचालन समिति के अध्यक्ष और सदस्य श्री केतन संघवी ने कहा, "जीटीटीईएस २०२५ एक परिवर्तनकारी आयोजन है, जिसका उद्देश्य वैश्विक कपड़ा और मशीनरी उद्योग की बदलती जरूरतों के प्रति उत्तरदायी होना है। सूत और तन्तु से परे, इसमें बुनावट, प्रसंस्करण, परिष्करण, परिधान, बुनाई और तकनीकी वस्त्रों में पर्यावरण के अनुकूल प्रथाओं और सतत विकास के साथ अत्याधुनिक प्रगति का समावेश होगा।
इस आयोजन में शीर्ष प्रदर्शकों की व्यापक भागीदारी होगी, जो अभिनव समाधान, उत्पाद का लॉन्च और बहुमूल्य नेटवर्किंग अवसरों के साथ आएंगे। यह कार्यक्रम भारत के कपड़ा पारिस्थितिकी तंत्र का एक हिस्सा है, जो देश को २०४७ तक कपड़ा प्रौद्योगिकी और अभियांत्रिकी में वैश्विक नेता बनने के लक्ष्य को प्राप्त करने में मदद करेगा।"
१९८० के बाद से, भारतीय आईटीएमई सोसायटी ने भारत आईटीएमई, आईटीएमई अफ्रीका, मध्य पूर्व और जीटीटीईएस जैसे कुछ बड़े प्रदर्शन और कार्यक्रम आयोजित किए हैं, जिससे कपड़ा तैयार करने और प्रसंस्करण को मजबूत करने के लिए दुनिया का ध्यान आकर्षित करने की कोशिश कर रहे हैं। साथ ही बुनाई और वस्त्रों की तकनीकों में भारत की शाखाओं का विस्तार करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय प्रदर्शकों, आगंतुकों और निवेशकों को आकर्षित किया जा सके।
जीटीटीईएस २०२५ भारत के वस्त्र उद्योग के लिए एक महत्वपूर्ण अभियान है, जीटीटीईएस का तीसरा संस्करण आठ प्रमुख श्रेणियों में १७५ प्रदर्शकों को एक साथ लाकर भारतीय वस्त्र पारिस्थितिकी तंत्र को उन्नत करने के लिए तैयार है। उन्नत बुनावट, मशीनरी, टिकाऊ प्रसंस्करण समाधान, डिजिटल प्रिंटिंग और बुनाई प्रौद्योगिकियों को विशेष महत्त्व देने के साथ, बुनाई में ४२ प्रदर्शक और प्रसंस्करण में ३८ प्रदर्शक भाग ले रहे हैं।
भारतीय कपड़ा बाजार २०३० तक ३५० बिलियन अमेरिकी डॉलर की वृद्धि की ओर बढेगा, जबकि कपड़ा निर्यात १०० बिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुँचने की उम्मीद है। २०२५ में तकनीकी नवाचार को आगे बढाकर इस लक्ष्य को प्राप्त करने में मदद करने के लिए जीटीटीईएस केंद्रस्थ रहेगा। यह कार्यक्रम एक प्रभावशाली प्रदर्शन होगा, क्योंकि हरित प्रौद्योगिकी और सतत समाधान इस कार्यक्रम का सबसे बड़ा आकर्षण होगा, जिससे जीटीटीईएस उन्नत कपड़ा प्रौद्योगिकियों का केंद्र बन जाएगा।
जर्मनी, स्विटजरलैंड और चीन सहित कई देशों के कपड़ा प्रौद्योगिकी के अग्रणी आपूर्तिकर्ता यह सुनिश्चित करेंगे कि जीटीटीईएस २०२५ एक विश्व स्तरीय आयोजन होगा। इस आयोजन में ऑस्ट्रेलिया, बांग्लादेश, चीन, जर्मनी, अमेरिका जैसे २७ से अधिक देशों के प्रतिनिधि भी प्रतिनिधित्व करेंगे, जिसमें २५००० से अधिक पेशेवरों के भाग लेने का अनुमान है। इसके तहत, श्रीलंका, घाना और इथियोपिया के अंतर्राष्ट्रीय प्रतिनिधिमंडलों की भागीदारी वाली बीटूबी बैठकों का उद्देश्य भारत के साथ व्यापार सहयोग को और मजबूत करना है।
कपड़ा उद्योग के भविष्य को आकार देने वाले अभूतपूर्व नवाचारों और मूल्यवान साझेदारियों को देखने का मौका न चूकें।
जीटीटीईएस २०२५ यह देश के शीर्ष उद्योग कम्पनीयों द्वारा उत्पाद लॉन्च करने के लिए २०२५ में एक प्रमुख मंच है। बुनाई क्षेत्र में लक्ष्मी शटललेस लूम्स प्राइवेट लिमिटेड, राइजर इम्पोर्ट एंड एक्सपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड, सुमारिया ग्लोबल सेल्स एलएलपी, ओम कॉर्पोरेशन नए उत्पाद लॉन्च करेंगे। डिजिटल प्रिंट क्षेत्र में कलर जेट इंडिया लिमिटेड नए उत्पाद लॉन्च करेंगे और प्रसंस्करण में कैरू-नेटेक्स, नेशनल इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग कंपनी नए उत्पादों की घोषणा करेंगे।
कताई के लिए लगने वाले अतिरिक्त भाग सप्लाई करने के लिए समृद्धि इंजीनियरिंग कंपनी है, जो नवाचार लॉन्च करेगी। इंगरसोल-रैंड (भारत) लिमिटेड भी अपने उत्पाद और सेवाओं के लॉन्च के लिए जीटीटीईएस का मंच के रूप में उपयोग करेगा।
ये नवाचार और नई तकनीकें जीटीटीईएस को बाजार में नवीनतम की तलाश कर रहे कपड़ा उद्योग के लिए सबसे महत्वपूर्ण प्रदर्शनी बनाती हैं। राज्य में उद्योगों के अवसरों को उजागर करने के लिए छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा विशेष निवेश प्रोत्साहन कार्यक्रम भी आयोजित किया जाएगा। यह न केवल एक व्यापार प्रदर्शनी होगी बल्कि भारतीय कपड़ा उद्योग को विश्व बाजार की ओर ले जाने के लिए एक ऊर्जावर्धक और प्रोत्साहित भी होगी।
यह प्रदर्शनी २१ से २३ फरवरी २०२५ तक भारत के मुंबई में बॉम्बे प्रदर्शनी केंद्र में शुरू होने वाली है, अगर आप निर्माता, वितरक, निवेशक या उद्योग पेशेवर हों, तो जीटीटीईएस २०२५ यह आपके लिए सबसे उपयुक्त स्थान है।
जीटीटीईएस यह कपड़ा उद्योग की जरूरतों को दिखाने वाली एक उल्लेखनीय प्रदर्शनी, प्रभावकारीक कलाकृति के माध्यम से वस्त्रोद्योग की आकर्षक दुनिया का पता लगाने के लिए एक विशेष मंच, संवादात्मक प्रणाली और शानदार प्रदर्शनी। यह रचनात्मकता और प्रेरणा में खुद को व्यस्त रखने का एक बढ़िया अवसर है।
यह प्रदर्शनी एक अविस्मरणीय यात्रा होने का वादा करती है और यह न केवल भारत से बल्कि दुनिया भर से एजेंटों/ व्यापारीयों के साथ बातचीत के माध्यम से कपड़ा सामग्री निर्माताओं के लिए कारोबार और व्यापार को बढ़ाने के लिए समर्पित है। यह कंपनियों के लिए अपने उत्पादों का प्रदर्शन करने, संभावित ग्राहकों और भागीदारों के साथ मिलकर जाल तंत्र बनाने और कपड़ा व्यवसाय के उद्योग के रुझानों पर अपडेट रहने के लिए एक मंच के रूप में कार्य करता है। कपड़ा उद्योग का औद्योगिक उत्पादन में १३%, सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में २.३% और देश में विदेशी मुद्रा प्रवाह में १२% हिस्सा है। कपड़ा और परिधान के वैश्विक व्यापार में भारत का ४% हिस्सा है।
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